पटंचेरू रिएक्टर ब्लास्ट: 12 की मौत, 34 घायल – भयंकर औद्योगिक हादसा

Sanyam
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30 जून 2025 की सुबह लगभग 9:28 – 9:35 बजे पटंचेरू (पाशमैलाराम औद्योगिक क्षेत्र), संगारेड्डी, तेलंगाना में स्थित Sigachi Pharma के रासायटर यूनिट में एक शक्तिशाली रासायनिक ब्लास्ट हुआ, जिसमें 12 लोगों की जान चली गई और कम से कम 34 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। संदिग्ध रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण यह भयंकर विस्फोट हुआ, जिससे मलबे के नीचे कई कर्मचारी दब गए। छत्तीसठ कार्यकर्ता संभावित रूप से प्रभावित हुए, जिनमें से अनेक अभी भी फंसे हो सकते हैं| टीमों ने बचाव कार्य जारी रखा।


1. मृतकों और घायलों की संख्या

  • स्वास्थ्य मंत्री डा॰ डामोडारा राजा नरसिंह ने बताया कि हादसे में कुल 12 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से आठ सुबह विस्फोट के तुरंत बाद, जबकि चार बाद में मलबे से निकाले गए शवों में शामिल हैं। घायलों की संख्या कम से कम 34 युवाओं के रूप में दर्ज है, जिनमें से कई को गंभीर रूप से जलने की चोटें आई हैं।

2. विस्फोट का समय और पूरक जानकारी

  • रासायटर ब्लास्ट सुबह 9:28 से 9:35 बजे के बीच हुआ, जब लगभग 150 कार्यकर्ता तैनात थे, जिसमें से 90 लोग सीधे प्रभावित क्षेत्र में मौजूद थे

3. बचाव ऑपरेशन

  • दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई और लगभग 10–11 फायर टेंडर, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं
  • हाइड्रा क्रेन, फायर रोबोट, दमकल दल आदि उपकरणों के साथ-साथ मलबे में फंसे लोगों की तलाश जारी है।

4. रासायनिक प्रतिक्रिया—संभावित कारण

  • प्रारंभिक व्याख्याओं में बताया गया कि यह विस्फोट संदिग्ध रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण हुआ हो सकता है, जिससे रासायटर पर अत्यधिक दबाव बन गया। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि रिएक्शन ड्राइंग यूनिट या हैंडलिंग प्रक्रिया के दौरान अचानक प्रेशर बिल्ड‑अप ने ब्लास्ट को जन्म दिया होगा।

5. पहचान संबंधी चुनौतियाँ

  • घटना में कुछ शव इतने जले हुए मिले कि उनकी पहचान आवश्यक रही—6 शवों के लिए DNA परीक्षण की आवश्यकता है, वहीं केवल तीन शवों की पहचान संभव हो पाई।

राज्य और केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया

पटंचेरू रिएक्टर ब्लास्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

  • पीएम मोदी ने X (पूर्व ट्विटर) पर शोक व्यक्त करते हुए ₹2 लाख मृतकों के परिजन एवं ₹50,000 घायलों को मुआवजे का ऐलान किया।telegraphindia.com

मुख्यमंत्री ए. रेवंथ रेड्डी

  • मुख्यमंत्री ने गंभीर बचाव अभियान चलाने और सभी घायलों को उच्चतम चिकित्सीय देखभाल उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए।

राज्य स्वास्थ्य मंत्री

  • डा॰ नरसिंह ने कहा: “As many as 12 people have died, and 34 are currently receiving treatment. We are hopeful that there will be no further casualties.

अन्य राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

  • कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष महेश कुमार गौड, भाजपा के के. किशन रेड्डी, और बीआरएस नेता के. टी. रामा राव ने भी शोक व्यक्त किया तथा घायलों को उच्चतम देखभाल प्रदान करने, दोषियों की जांच और औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा ऑडिट कराने की मांग की है।

Sigachi Industries की पृष्ठभूमि

  • Sigachi Industries Ltd. एक प्रतिष्ठित फार्मा-API निर्माता है, जो सक्रिय दवा तत्वों (APIs), इंटरमीडिएट्स, एक्सिपिएंट्स, विटामिन-खनिज मिश्रण और संचालन प्रबंधन सेवाएं उपलब्ध कराती है। विस्फोट स्थल कंपनी का प्रमुख कार्यस्थल था।
  • कंपनी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

औद्योगिक सुरक्षा और भविष्य की रणनीतियाँ

1. सुरक्षा ऑडिट की आवश्यकता

बीआरएस नेता के. टी. रामा राव ने जोर देकर कहा है कि औद्योगिक इकाइयों में तत्काल सुरक्षा ऑडिट की जानी चाहिए, ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।

2. आपदा प्रबंधन की मजबूती

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों द्वारा प्रशिक्षित बचाव कार्यों में अपनाए गए उपायों को मानकीकृत कर, आपदा-प्रबंधन की अपात स्थिति में सतत अपडेट किए जाने चाहिए। घटनास्तल की मलबा स्थिति और फंसे कर्मचारियों की मदद में तेजी लाने हेतु विशेष प्रशिक्षण आवश्यक है।

3. रासायनिक संयंत्रों में मानकीक सुरक्षा

ब्लास्ट की संभावित रासायनिक प्रतिक्रिया के कारणों के मद्देनज़र, प्रत्येक रासायटर या ड्राइंग यूनिट पर नियमित सेफ्टी-चेक और प्रेशर रिलीज व परिचालन प्रोटोकॉल बनाए जा सकते हैं।

4. श्रमिक सुरक्षा प्रशिक्षण

यह घटना विशेष रूप से माइनिंग, रासायन, API और केमिकल फैक्टरियों में कार्यरत मजदूरों के लिए चेतावनी का संकेत है—उन्हें इमरजेंसी ड्रिल, संरक्षण उपकरण (PPE), सुरक्षा सिग्नल एवं मजबूत कार्यस्थल सुरक्षा उपायों की जानकारी होनी चाहिए।



परिणाम एवं आगे की कार्रवाई

  1. बचाव और उपचार
    बचाव दल अभी भी मलबे के नीचे लोगों को निकालने की प्रक्रिया में व्यस्त हैं, वहीं चिकित्सालयों में गंभीर रूप से घायल लोगों का उपचार चल रहा है। मुख्यमंत्री ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का आश्वासन दिया है।
  2. पहचान और मुआवजा
    मृतकों की पहचान के लिए DNA परीक्षण जारी है और सरकार ने वित्तीय सहायता की घोषणा की है। कंपनियों एवं पैनल द्वारा औद्योगिक जांच भी अपेक्षित है।
  3. नियम एवं पालिसी में बदलाव
    हितधारकों द्वारा रासायनिक संयंत्रों के मानकों में सुधार और अग्नि सुरक्षा उपायों के लिए नए दिशा-निर्देश लाने की मांग की जा रही है।
  4. सामाजिक समर्थन
    स्थानीय समुदाय, परिवार, मजदूर, और राज्य सरकारें मिलकर प्रभावितों को तत्काल सहायता प्रदान कर रही हैं—इसमें आर्थिक मुआवजा, सहायता-समूह, और मानवीय सेवा शामिल हैं।

पटंचेरू का यह हादसा हमें औद्योगिक सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की ज़रूरत का भयानक संदेश देता है। एक ही रासायन संयंत्र में दोबारा ऐसी घटना से बचने हेतु बेहतर सेफ्टी प्रोटोकॉल, नियमित ऑडिट, सुविज्ञ कर्मियों और तकनीकी निगरानी की आवश्यकता स्पष्ट है। चाहें तो मैं इस दुर्घटना की रोकथाम उपायों पर एक विस्तृत विश्लेषण भी हिंदी में तैयार कर सकता हूँ। कृपया बताएं!

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