तेलंगाना फार्मा फैक्ट्री विस्फोट: मौत का आंकड़ा 41 पहुंचा, 9 लोग अब भी लापता

Sanyam
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तेलंगाना फार्मा फैक्ट्री विस्फोट: मौत का आंकड़ा 41 पहुंचा, 9 लोग अब भी लापता

हैदराबाद: तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पशमीलारम औद्योगिक क्षेत्र में स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज के फार्मा प्लांट में 30 जून को हुए भयानक विस्फोट में मरने वालों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। रविवार को अस्पताल में एक और घायल व्यक्ति की मौत के बाद यह आंकड़ा सामने आया। वहीं, 9 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश लगातार जारी है।

Contents
भीषण विस्फोट और राहत कार्य143 कर्मचारी थे ड्यूटी परलापता लोगों की तलाश जारीविस्फोट का कारण क्या था? विशेषज्ञों ने जताई ‘डस्ट एक्सप्लोजन’ की आशंकाक्या होता है डस्ट एक्सप्लोजन?400 किलोग्राम TNT के बराबर था धमाकाफैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी?मजदूर संगठनों का आरोपसरकार की प्रतिक्रिया और मुआवजास्थानीय निवासियों में दहशत का माहौलतेलंगाना फार्मा प्लांट ब्लास्ट: महत्वपूर्ण FAQs❓ 1. यह हादसा कब और कहां हुआ?❓ 2. हादसे में अब तक कितनी मौतें हुई हैं?❓ 3. कितने लोग घायल हुए हैं?❓ 4. क्या विस्फोट का कारण पता चल पाया है?❓ 5. डस्ट एक्सप्लोजन क्या होता है?❓ 6. विस्फोट के समय कितने लोग फैक्ट्री में मौजूद थे?❓ 7. क्या मलबे में लोग अभी भी फंसे हो सकते हैं?❓ 8. सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?❓ 9. क्या पहले भी इस फैक्ट्री में कोई हादसा हुआ है?❓ 10. क्या अन्य फार्मा कंपनियों की भी जांच होगी?

भीषण विस्फोट और राहत कार्य

विस्फोट के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई थी। फायर ब्रिगेड, पुलिस, NDRF और अन्य आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुट गई थीं। अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट इतना तेज़ था कि फैक्ट्री की इमारत के कई हिस्से पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। घटनास्थल पर अब भी मलबा हटाने का कार्य जारी है।

143 कर्मचारी थे ड्यूटी पर

जिस समय यह हादसा हुआ, फैक्ट्री में कुल 143 कर्मचारी काम कर रहे थे। इनमें से 40 के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं, जबकि 18 लोग अब भी अस्पतालों में इलाजरत हैं। अच्छी खबर यह है कि पहले घायल हुए 14 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।

लापता लोगों की तलाश जारी

अधिकारियों ने बताया कि 9 लोग अभी भी लापता हैं। संभावना है कि ये लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। लगातार सर्च ऑपरेशन के ज़रिए इन्हें ढूंढ़ने की कोशिशें जारी हैं। बचाव दल थर्मल इमेजिंग कैमरे, डॉग स्क्वाड और अन्य उपकरणों की मदद से खोजबीन कर रहा है।


विस्फोट का कारण क्या था? विशेषज्ञों ने जताई ‘डस्ट एक्सप्लोजन’ की आशंका

घटना के तुरंत बाद फैक्ट्रीज़ डिपार्टमेंट ने प्राथमिक जांच में इसे ‘BLEVE’ (Boiling Liquid Expanding Vapour Explosion) बताया था। इसका मतलब होता है कि किसी रिएक्टर के अंदर अत्यधिक दबाव बनने से विस्फोट हुआ। हालांकि, कुछ स्वतंत्र विशेषज्ञों ने इस रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए दावा किया है कि यह एक ‘डस्ट एक्सप्लोजन’ का मामला हो सकता है।

क्या होता है डस्ट एक्सप्लोजन?

डस्ट एक्सप्लोजन एक ऐसा विस्फोट होता है जिसमें हवा में फैले बारीक ज्वलनशील पाउडर कण किसी चिंगारी के संपर्क में आकर तेजी से जल उठते हैं और भारी विस्फोट का कारण बनते हैं। फार्मा या केमिकल उद्योगों में यह खतरा ज्यादा होता है, जहां बड़ी मात्रा में रसायनों और पाउडर का उपयोग किया जाता है।

400 किलोग्राम TNT के बराबर था धमाका

विस्फोट की भयावहता को समझाते हुए विशेषज्ञ बाबू राव ने कहा कि यह धमाका लगभग 400 किलोग्राम टीएनटी (TNT) के विस्फोट के बराबर था। घटनास्थल पर जो वेवफ्रंट (तरंग प्रभाव) देखा गया है, वह इसकी पुष्टि करता है।


फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी?

इस हादसे ने एक बार फिर से फार्मा उद्योगों में सुरक्षा उपायों की पोल खोल दी है। सूत्रों के मुताबिक, सिगाची इंडस्ट्रीज में सुरक्षा मानकों को लेकर पहले भी कई बार सवाल उठ चुके हैं। फैक्ट्रीज़ डिपार्टमेंट की जांच अभी जारी है, लेकिन अगर यह पुष्टि होती है कि डस्ट कंट्रोल सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा था, तो यह कंपनी की बड़ी लापरवाही मानी जाएगी।

मजदूर संगठनों का आरोप

स्थानीय मजदूर संगठनों ने आरोप लगाया है कि फैक्ट्री में कई बार सुरक्षा उपकरणों और प्रक्रिया की अनदेखी की गई है। उनका दावा है कि मजदूरों को समय-समय पर सुरक्षा प्रशिक्षण नहीं दिया जाता और इमरजेंसी अलार्म या फायर ड्रिल जैसी व्यवस्था सिर्फ कागज़ों तक सीमित है।


सरकार की प्रतिक्रिया और मुआवजा

तेलंगाना सरकार ने हादसे को लेकर शोक जताया है और मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। इसके अलावा घायलों को मुफ्त इलाज मुहैया कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है, जो 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।


स्थानीय निवासियों में दहशत का माहौल

पशमीलारम एक घना औद्योगिक क्षेत्र है, जहां बड़ी संख्या में फार्मा और केमिकल फैक्ट्रियां स्थित हैं। इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। लोगों की मांग है कि सरकार इन फैक्ट्रियों के नियमित सुरक्षा ऑडिट करवाए और जिन उद्योगों में लापरवाही पाई जाए, उन्हें बंद कर दिया जाए।


तेलंगाना की सिगाची इंडस्ट्रीज में हुआ यह भीषण विस्फोट न केवल दर्जनों जानें ले गया बल्कि फार्मा उद्योग की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल भी खड़े कर गया। अगर वास्तव में यह डस्ट एक्सप्लोजन था, तो यह साफ है कि सुरक्षा उपायों में घोर लापरवाही बरती गई थी। सरकार को चाहिए कि वह सख्त कदम उठाए और सुनिश्चित करे कि भविष्य में ऐसे हादसे दोहराए न जाएं।


📌 सुझाव:

  • रेगुलर सेफ्टी ड्रिल्स अनिवार्य की जाएं।
  • फैक्ट्री इंस्पेक्शन रिपोर्ट सार्वजनिक हो।
  • वर्कर्स को ट्रेनिंग और सेफ्टी किट अनिवार्य रूप से दी जाए।

तेलंगाना फार्मा प्लांट ब्लास्ट: महत्वपूर्ण FAQs

❓ 1. यह हादसा कब और कहां हुआ?

📌 यह हादसा 30 जून 2025 को तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के पशमीलारम इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज के फार्मा प्लांट में हुआ।


❓ 2. हादसे में अब तक कितनी मौतें हुई हैं?

📌 अब तक 41 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 9 लोग अभी भी लापता हैं।


❓ 3. कितने लोग घायल हुए हैं?

📌 कुल 32 लोग घायल हुए थे, जिनमें से 18 का इलाज जारी है और 14 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है


❓ 4. क्या विस्फोट का कारण पता चल पाया है?

📌 प्रारंभिक जांच में इसे BLEVE (Boiling Liquid Expanding Vapour Explosion) बताया गया, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक ‘डस्ट एक्सप्लोजन’ था।


❓ 5. डस्ट एक्सप्लोजन क्या होता है?

📌 डस्ट एक्सप्लोजन तब होता है जब हवा में मौजूद ज्वलनशील पाउडर कण किसी चिंगारी के संपर्क में आकर तेजी से जलते हैं और धमाका करते हैं। यह फार्मा व केमिकल फैक्ट्रियों में आम होता है।


❓ 6. विस्फोट के समय कितने लोग फैक्ट्री में मौजूद थे?

📌 हादसे के समय फैक्ट्री में करीब 143 कर्मचारी मौजूद थे।


❓ 7. क्या मलबे में लोग अभी भी फंसे हो सकते हैं?

📌 हां, 9 लोग लापता हैं और आशंका है कि वे मलबे में दबे हो सकते हैं। सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।


❓ 8. सरकार ने क्या कदम उठाए हैं?

📌 राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख मुआवजा देने और घायलों के फ्री इलाज की घोषणा की है। साथ ही, एक जांच समिति बनाई गई है।


❓ 9. क्या पहले भी इस फैक्ट्री में कोई हादसा हुआ है?

📌 मजदूर संगठनों का कहना है कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी पहले भी की जाती रही है, हालांकि आधिकारिक रूप से कोई बड़ा हादसा पहले दर्ज नहीं हुआ।


❓ 10. क्या अन्य फार्मा कंपनियों की भी जांच होगी?

📌 इस घटना के बाद अन्य फार्मा और केमिकल फैक्ट्रियों का सेफ्टी ऑडिट करवाने की मांग उठ रही है, लेकिन सरकार की ओर से अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

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